Migraine in Hindi : क्या होता है माइग्रेन, कारण, लक्षण और इलाज

752
Migraine Treatment in Hindi, What to Eat in Migraine in Hindi, what not to eat in migraine, due to migraine in Hindi, माइग्रेन का इलाज, माइग्रेन से छुटकारा, माइग्रेन में क्या न खाएं,कैसे बचें माइग्रेन से, माइग्रेन में क्या खाएं, Ways to Control Migraine,Ways to Control Migraine in Hindi,माइग्रेन की समस्या ,What is Migraine and Symptoms,Ways to Control Migraine in Hindi, Migraine,माइग्रेन, माइग्रेन का कारण उपचार प्रकार और लक्षण, माइग्रेन किस कारण से होता है, माइग्रेन का उपचार, माइग्रेन के प्रकार और लक्षण, माइग्रेन के लक्षण, माइग्रेन के प्रकार Migraine in Hindi,माइग्रेन के क्या लक्षण होते है, माइग्रेन का लक्षण कारण और Healthily से उपचार,Healthily upchar, माइग्रेन के लक्षण और घरेलू उपचार, Home Remedies for Migraine, माइग्रेन के लक्षण क्या होते है, क्या कारण है माइग्रेन के, माइग्रेन का इलाज और दवा, माइग्रेन का उपचार और परहेज , Migraine ka upchar in Hindi, कैसे पहचाने सिरदर्द है या माइग्रेन का दर्द?, जानिए इसके लक्षण और कारण, क्यों होता है माइग्रेन? जानिए लक्षण बचाव के उपाय, Migraine kya hai, migraine ke lakshan, क्या है माइग्रेन के लक्षण,migraine ka gharelu upchar, migraine ka achook nukhsha, migraine ka achook upay , migraine ka ilaaj, migraine ka ilaaj kaise karein, माइग्रेन के क्या कारण हो सकते है, Migraine Causes in Hindi, kaise pahichane migraine ki bimari ko, migraine kin karno se ho sakta hai, migraine ki पहिचान kaise karein, माइग्रेन के कारण पहचानें निदान पाएं, माइग्रेन के घरेलू उपाय , माइग्रेन का बचाव कैसे करें, माइग्रेन के बचाव,माइग्रेन के घरेलू उपाय इन हिंदी,माइग्रेन के नुकसान,माइग्रेन का आयुर्वेदिक इलाज पतंजलि,माइग्रेन की टेबलेट,माइग्रेन का होम्योपैथिक इलाज,माइग्रेन के लिए टोटका,माइग्रेन कितने प्रकार के होते हैं,किन कारणों से माइग्रेन होता है, Migraine Pain, क्यों पड़ता है माइग्रेन अटैक?, आसान तरीके देंगे सिरदर्द को आराम,माइग्रेन क्या है? , What is Migraine in Hindi?,माइग्रेन के कारण , Migraine Causes in Hindi,माइग्रेन का इलाज , Migraine Treatment in Hindi,माइग्रेन के घरेलू उपाय इन हिंदी,माइग्रेन काहोम्योपैथिक इलाज,माइग्रेन के लिए योग, सिर दर्द क्या है , सिर दर्द का कारण, आधे सिर दर्द का कारण, सिर दर्द का कारण और निवारण, सिर दर्द किन वजहों से हो सकता है, सिर दर्द क्या माइग्रेन है, सिर दर्द की बीमारी का इलाज, सिर दर्द की बीमारी का घरेलू इलाज, सिर दर्द के रोग को कैसे दूर करें, sir dard ka ilaaj,wikiluv, wikiluv.com, www.wikiluv.com, विकीलव, ज्ञानघंटा, GyaanGhantaa, independent, nykaa, quora, ohlooks, thecut, prepnset, boldsky, femina, flare, marieclaire, amazon, tipsandbeauty, uttamhindu, amarujala, myupchar, webdunia, mensxp, stylecraze, patanjali, 1mg, india, lifestyle, navbharattimes, indiatimes, itching, itching home remedies, wikihow, punjabkesari, onlymyhealth, patrika, raftaar

Migraine in Hindi में माइग्रेन क्या होता है, माइग्रेन का कारण, लक्षण और इलाज बताएंगे। और साथ ही साथ माइग्रेन से कैसे बचें, माइग्रेन में क्या खाएं क्या न खाएं भी बताएंगे। माइग्रेन की बीमारी यानि आधे सिर दर्द का रोग बेहद ही खतरनाक होता यदि यह रोग ज्यादा बढ़ जाएं तो इस रोग में व्यक्ति की दिमाग की नस भी फट सकती। इसलिए आप इस लेख को पूरा पढ़े तभी आपको माइग्रेन के बारे में सही जानकारी प्राप्त होगी और इस बीमारी से खुद भी बचाव कर सकते है तो चाहिए जानते है माइग्रेन रोग (बीमारी) के बारे में –

माइग्रेन क्या होता है ? (What is Migraine in Hindi)

माइग्रेन (Migraine) एक ऐसी बीमारी जिसके मरीज दुनियाभर में लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हमारे देश में भी इसकी तादाद बढ़ती जा रही है। सबसे बड़ा कारण है भागदौड़ की जिंदगी। जो तनाव से तो भरपूर है पर उससे मुक्त होने के लिए हम कोई उपाय नहीं करते। बस यही सारी वजहें धीरे-धीरे माइग्रेन के रुप में बदलने लगती हैं।

माना जाता है कि जैसे ही आप सामान्य स्थिति से एकदम तनाव भरे माहौल में पहुंचते हैं तो सबसे पहले आपका सिर दर्द बढ़ता है। ब्लडप्रेशर हाई होने लगता है और लगातार ऐसी स्थितियां आपके सामने बनने लगे तो समझिए आप माइग्रेन के शिकार हो रहे हैं।

सिरदर्द से हर किसी का वास्ता है। ये एक ऐसा रोग है जिसके कई कारण हो सकते हैं। कई बार तो ऐसा लगता है जैसे बेवजह सिरदर्द के शिकार हो गए हों। सिरदर्द का एक गंभीर रूप जो बार-बार या लगातार होता है, उसे माइग्रेन कहते हैं। माइग्रेन को आम बोलचाल की भाषा में अधकपारी भी कहते हैं।

माइग्रेन के लक्षण (Symptoms of Migraine in Hindi)

आम तौर पर इसका शिकार होने पर सिर के आधे हिस्से में दर्द रहता है। जबकि आधा दर्द से मुक्त होता है। जिस हिस्से में दर्द होता है, उसकी भयावह चुभन भरी पीड़ा से आदमी ऐसा त्रस्त होता है कि सिर क्या बाकी शरीर का होना भी भूल जाता है।

माइग्रेन मूल रूप से तो न्यूरोलॉजिकल समस्या है। इसमें रह-रह कर सिर में एक तरफ बहुत ही चुभन भरा दर्द होता है। ये कुछ घंटों से लेकर तीन दिन तक बना रहता है। इसमें सिरदर्द के साथ-साथ गैस्टिक, जी मिचलाने, उल्टी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।

इसके अलावा फोटोफोबिया यानी रोशनी से परेशानी और फोनोफोबिया यानी शोर से मुश्किल भी आम बात है। माइग्रेन से परेशान एक तिहाई लोगों को इसकी जद में आने का एहसास पहले से ही हो जाता है। पर्याप्त नींद न लेना, भूखे पेट रहना और पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना जैसे कुछ छोटे-छोटे कारणों से भी आपको माइग्रेन की शिकायत हो सकती है।

माइग्रेन के कारण (Due to Migraine in Hindi)

माइग्रेन के कारण कई हो सकते हैं। एक तरफ तो कुछ स्थितियां हैं और दूसरी तरफ कुछ रोग भी होते हैं।

ज्यादातर लोगों को भावनात्मक वजहों से माइग्रेन की दिक्कत होती है। इसीलिए जिन लोगों को हाई या लो ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और तनाव जैसी समस्याएं होती हैं उनके माइग्रेन से ग्रस्त होने की आशंका बढ़ जाती है। कई बार तो केवल इन्हीं कारणों से माइग्रेन हो जाता है। इसके अलावा हैंगओवर, किसी तरह का संक्रमण और शरीर में विषैले तत्वों का जमाव भी इसकी वजह हो सकता है।

एलर्जी के कारण भी माइग्रेन हो सकता है और अलग-अलग लोगों में एलर्जी के अलग-अलग कारण हो सकते हैं। कुछ लोगों के लिए खाने-पीने की चीजें भी एलर्जी का कारण बन जाती हैं। कुछ लोगों को दूध और उससे बनी चीजें खाने से एलर्जी होती है तो कुछ के लिए साग-सब्जी एलर्जी का कारण हो सकती है। किसी को धूल से एलर्जी होती है तो किसी को धुएं से। इसलिए अगर आपको पता हो कि आपको किन चीजों से एलर्जी है तो उनसे बच कर रहें।

कैसे बचें माइग्रेन से (How to Avoid Migraine in Hindi)

अब आपको बताते हैं कि आखिर आप कैसे बचें माइग्रेन से। वैसे तो ये बीमारी किसी को भी हो सकती है लेकिन कुछ लोगों में इसका खतरा ज्यादा होता है। फिर भी थोड़ी सी सावधानी रखकर आप इस बीमारी को खुद से दूर रख सकते हैं।

ऐसा नहीं कि माइग्रेन लाइलाज बीमारी है। अगर आप माइग्रेन से परेशान हैं और आपको कुछ सूझ नहीं रहा है तो ध्यान रखें। थोड़ी सी सावधानी आपको माइग्रेन से मुक्ति दिला सकती है। इसके लिए सबसे जरूरी है खुद के लाइफ स्टाइल को बदलना। खानपान में बदलाव लाना।

माइग्रेन में क्या न खाएं (What Not to Eat in Migraine in Hindi)

अगर आपको माइग्रेन है तो आप डिब्बाबंद पदार्थों और जंक फूड का सेवन एकदम न करें। इससे आपका माइग्रेन और खतरनाक होता जाएगा। चूंकि जंक फूड में मैदे की मात्रा ज्यादा होती है इसलिए इसे कम से कम खाएं। चूंकि इनमें ऐसे रासायनिक तत्व पाए जाते हैं जो माइग्रेन को बढ़ा सकते हैं।

माइग्रेन में क्या खाएं (What to Eat in Migraine in Hindi)

अगर आपको माइग्रेन है, तो ऐसे में सवाल यह है कि माइग्रेन में क्या खाएं। आपको रोजाना नाश्ते में ताजा और सूखे फलों का खूब सेवन करना चाहिए। लंच में उन चीजों का इस्तेमाल करें जिनमें प्रोटीन भरपूर हो। मसलन दूध, दही, पनीर, दालें, मांस और मछली आदि। डिनर में चोकरयुक्त रोटी, चावल या आलू जैसी स्टार्च वाली चीजों के साथ सलाद भी लें। ज्यादा मिर्च – मसाले वाली चीजों से परहेज करें।

माइग्रेन का इलाज (Migraine Treatment in Hindi)

माइग्रेन से छुटकारा पाने का अचूक इलाज और दवा है योग और ध्यान। अगर योग नहीं कर सकते हैं तो व्यायाम करें। इससे आपका तनाव कम होगा, और तनाव कम होने से आपका डिप्रेशन दूर होगा। लेकिन ध्यान रहे आप जिस जगह पर योग कर रहे हैं वो प्रकाश से चकाचौंध वाली, तेज धूप, तेज गंध वाली नहीं होना चाहिए। साथ ही साथ माइग्रेन वाले रोगियों को अच्छी नींद लेना चाहिए।

इसके अलावा आप जब भी ऐसा कोई दर्द महसूस करें तो अपने मन से कोई भी दर्दनिवारक गोली न लें। बल्कि किसी अच्छे न्यूरोलाजिस्ट को इस बारे में बताएँ और उनके बताए निर्देशों के अनुसार ही चलें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.